Blog क्या है
Blog kya hota hai- ब्लॉग क्या होता है
Blog गूगल का एक प्रोडक्ट है जो की वेबसाइट की तरह काम करता है यह गूगल द्वारा दी गईं फ्री सर्विस है ब्लॉग के जरिये आप अपनी बातों को पूरी दुनिया के साथ शेयर कर सकते है
जैसे हम Facebook पर कोई पोस्ट डालते है तो वह पोस्ट कुछ लोगो तक ही सीमित रह जाती है परंतु Blog पर लिखी गयी आपकी पोस्ट हर उस व्यक्ति तक पहुच जाती है जो गूगल पर उसके बारे में सर्च करता है
Blogging kya hai-ब्लॉगिंग क्या है
Blog बनाकर उस पर हर रोज पोस्ट डालना,पब्लिश करना औऱ उसे अच्छे से डिज़ाइन करना Blogging कहलाता है Blog पर हम किसी भी विषय पर लिख सकते है और साथ ही इंटरनेट की दुनिया में कदम रख सकते है Blog के जरिये आप ऑनलाइन पैसे भी कमा सकते है जैसे बहुत से लोग पैसा कमा रहे है
Blogger kya hai-ब्लॉगर क्या है
जो व्यक्ति Blog बनाकर उस पर blogging करता है हर रोज कोई न कोई पोस्ट शेयर करता है और लोगो से जुड़ने के लिए उनसे बाते करता है वो blogger होता है यह अपने ब्लॉग पर ऐसे पोस्ट डालता है जिसे किसी की हेल्प होती है और लोग उसे पड़ना पसन्द करते है इन सब को पढ़ने के बाद आपके मन में कुछ इस तरह के सवाल आते है तो चलिये देखते है आपके सवाल और उनके जवाबkya blog se paise kmaye ja skte hai aur kese
Ans- हाँ बिल्कुल एक Blog बनाकर उसे पैसे कमाए जा सकते है सबसे पहले आपको Blogger.com पर जाकर एक ब्लॉग बनाना पड़ता है और उस पर हर रोज पोस्ट लिखनी होती है जब लोगो द्वारा आपका पोस्ट पसन्द आने लगेगा और बहुत से लोग आपके Blog पर आने लगेंगे तो आप Google Adsense से अपने ब्लॉग को जोड़कर पैसे कमाना शरू कर सकते हैBlog dikhne main kesa hota hai
Ans- जब आप अपना Blog बना लेते है तो उसका इंटरफ़ेस कुछ इस तरह का दिखाई देता है जिसमे कोई तरह की कैटेगरी होती है जिनकी मदत से ब्लॉग पर काम किया जाता है और जो बिल्कुल दिखने में वेबसाइट की तरह दिखता हैBlogging kis subject(visy) pr kre
Ans- आप blogging किसी भी विषय पर कर सकते है जैसे खेल, स्पोर्ट्स, इंटेरेंमेन्ट, हेल्थ,टेक्नोलॉजी जिस भी विषय में आपकी रुचि हो आप उसी तरह का अपना Blog और वेबसाइट बना सकते हैब्लॉग के लिए विषय(Niche) कैसे चुने
Website aur Blog main kya difference hai
Ans-वेबसाइट बनाने के लिए आपको कई तरह की web designing की जानकारी की जरूरत होती है और इसे बनाने में पैसे लगते है जबकि blog एक फ्री सर्विस है जो वेबसाइट का ही काम करती है
Blog kaise bnaye
Ans-Blog बनाने के लिए आपको Blogger.comपर जाकर अपना एकाउंट बना पड़ता है और फिर वहाँ से अपने ब्लॉग या वेबसाइट का नाम लेना पड़ता है
Blog bnane ke liye paise lgte hai
Ans-नहीं, यह बिल्कुल फ्री है इसमें कोई पैसा नही लगता है
अगर आपके मन मे अब भी कोई सवाल है तो कमेंट बॉक्स में लिख दे आपको आपके सवाल का जवाब जरूर मिलेगा और हाँ दोस्तो Blog बनाकर उस पर पोस्ट डालकर पैसे कमाने के लिए उसमे कोई तरह की सेटिंग करनी पड़ती है और अपने Blog को लोगो तक पहुचने के लिए उसे वेबसाइट की तरह google से जोड़ना पड़ता है और कोई तरह कोई चीजे करनी पड़ती है
Blogging और वेबसाइट दोनो पर काम करने के लिए हमे step by step चलना पड़ता है इंटरनेट पर कोई भी ऐसी वेबसाइट आपको नही मिलगी जो आपको ये बताये की Blog बनाने के बाद क्या करे यह पर में आपको step by step बताऊँगा की पहले क्या करना है फिर उसके बाद क्या करना है और फिर उसके बाद क्या करना है बिल्कुल शुरू से लेकर आखिर तक और गूगल एडसेंस से आसानी से अपने ब्लॉग को जड़ने तक के सफर तक
तो दोस्तो एक blogger होने के नाते मैं समझता हूँ कि अगर आप blogging करना चाहते है तो सबसे पहले blogging कोर्स के बारे में जानकारी प्राप्त कर ले केवल ब्लॉग बनाकर उस पर पोस्टर लिखने से आप अपने ब्लॉग को पॉपुलर नही कर सकते है और ना ही पैसे कमा सकते है
दोस्तो आपको यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो इसे शेयर जरूर करे। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगो को इसे मदत मिले अगर आपका कोई सवाल हो तो कमेंट करे आपके सवाल का जवाब आपको जरूर मिलेगा और हर नयी पोस्ट को प्राप्त करने के लिए हमे Subscribe करे
ब्लॉग़ का इतिहास – Blog History in Hindi?
Blogging के शुरुआती दिनों में ब्लॉग शब्द का प्रचलन नहीं था. जब 1994 में माननीय ‘Justing Hall’ ने दुनिया का पहला ब्लॉग Links.net बनाया था, जो Swarthmore College के छात्र थे, उस समय इस ब्लॉग शब्द का जन्म नहीं हुआ था.
पहली बार 1997 में ‘Weblog’ शब्द माननीय ‘John Barger’ ने गढ़ा जो Robot Wisdom के लेखक है. मगर, असली शब्द जिसे आज हम इस्तेमाल करते है – Blog, माननीय ‘Peter Merholz’ द्वारा 1999 में Weblog को छोटा करके ‘Blog’ गढ़ा गया.
इसके बाद इसी शब्द को आधार बनाकर “Blogger.com” को बनाया गया जो, असल में Pyra Labs द्वारा विकसित ब्लॉगिंग टूल था. वर्तमान में इसका स्वामित्व गूगल के पास है.
यहीं से ब्लॉगिंग यात्रा सुखद हुई और ब्लॉग्स कि बरसात होना शुरु हो गई, क्योंकि अब ब्लॉग लिखने के लिए आपको प्रोग्रामिंग सीखने की जरूरत नहीं रह गई थी. यह सारा काम “Blogger” कर रहा था. जो आज भी कर रहा है.
Blogger की कामयाबी से प्रभावित होकर एक नया ऑपन सॉर्स ब्लॉगिंग टूल “WordPress” का पहला संस्करण पेश किया गया. जिसे खूब सराहा गया. और आज दुनिया की एक तिहाई से भी ज्यादा ब्लॉग एवं वेबसाईट वर्डप्रेस का इस्तेमाल गर्व से कर रही है.
ब्लॉग के प्रकार – Types of Blog in Hindi?
ब्लॉग्स को कई वर्गों में बांटा जा सकता है. लेखन के आधार पर, प्रस्तुति के आधार पर, ब्लॉग़ तकनीक के आधर पर. इस प्रकार अन्य तरीके भी है जो ब्लॉग के विभिन्न प्रकार बता सकते है. मगर यहाँ पर हम ब्लॉग़ के सबसे अधिक प्रचलित 5 प्रकारों के बारे में बात करेंगे.
- Personal Blogs
- Group Blogs
- Microblogs
- Business Blogs
- Aggregated Blogs
- Personal Blogs
पर्सनल ब्लॉग एक ऑनलाईन डायरी है जो वेब पर प्रकाशित होती है. इस डायरी (ब्लॉग) में एक व्यक्ति, समूह या संगठन नही, अपने निजि विचार शेयर करता है. इसलिए इस प्रकार के ब्लॉग़ परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों, दोस्तों, कार्यालय कर्मीयों के अलावा थोडे बहुत पाठकों को अपनी तरफ आकर्षित कर पाते है. मगर, आजकल पर्सनल ब्लॉगिंग़ पेशेवर तरीके से की जाने लगी है. इसलिए इस प्रकार के ब्लॉग भी खूब ट्रफिक आकर्षित कर रहे है और लोगों को पैसा कमाने का साधन भी जुटा रहे है.
जी हां. आप एक ब्लॉग से पैसे भी कमा सकते है. आजकल ब्लॉगिंग से पैसे कमाने का ट्रेंड चल रहा है (अधिक जानकारी के लिए गूगल करिए, “ब्लॉग/ब्लॉगिंग से पैसे कैसे कमाये”) और पेशेवर ब्लॉग़र फुल टाईम इनकम अपने पर्सनल ब्लॉग से कमाने में कामयाब हो रहे है.
Group Blogs
किसी ब्लॉग को एक से अधिक लोगों द्वारा लिखा जाता है तो ऐसे ब्लॉग ग्रुप ब्लॉग कहलाते है. ये ब्लॉग ज्यादा बडी संख्या में पाठकों को प्रभावित करते है और इनका ट्रैफिक भी पर्सनल ब्लॉग से बहुत ज्यादा होता है. साथ ही ये इंगेजमेंट भी ज्यादा अच्छे तरीके से करने में कामयाब हो पाते है. इस तरह के ब्लॉग एक से ज्यादा टॉपिक पर लिखे जाते है. एक ब्लॉगर सिर्फ एक टॉपिक पर अपने विचार व्यक्त करता है और अन्य ब्लॉगर अपने पसंद के अन्य टॉपिक्स पर अपने विचार व्यक्त करते है. इसका एक फायदा ये भी होता है कि ब्लॉग संभालने का काम बंट जाता है इसलिए सिर्फ एक ही व्यक्ति पर काम का दबाव नहीं रहता है.
Micro Blogs
आपने ट्विटर का नाम तो सुना ही होगा. और इसका इस्तेमाल भी करते होगें. ट्वीटर अपने युजर्स को केवल 140 कैरेक्टर्स लिखने की अनुमति देता है. इसे ही माइक्रोब्लॉग कहते है और माइक्रोब्लॉगिंग करने का कार्य माइक्रोब्लॉगिंग कहलाता है. ट्वीटर के अलावा फेसबुक, ट्म्बलर आदि प्लैटफॉर्म इस सेवा को मुहैया करा रहे है.
इसका उपयोग राजनेता, अभिनेता, लेखक, गायक आदि पेशेवर लोग अपने नए शॉ, किताबों, फिल्मों तथा अन्य अपडेट्स अपने फॉलोवर्स को बताने के लिए करते है. इससे फॉलोवर्स के साथ इनका जुडाव ज्यादा मजबुत बनता है. इसलिए सोशल मीडिया साईटों पर इन सेलेब्रिटीज के लाखों-करोडों की संख्या में फैन फॉलोविंग होती है.
सोशल मीडिया साईटों पर फॉलोवर्स की संख्या कामयाबी का स्टेटस समझा जाता है.
Business Blogs
सॉफ्टवेयर कंपनिया, निजि व्यापारी, गैर-सरकारी संगठन अपने कर्मचारियों को अपडेट देने के लिए ब्लॉग का उपयोग करते है. इस प्रकार का ब्लॉग केवल कर्मचारियों तक सीमित होता है और कोई अन्य व्यक्ति उसे नहीं पढ सकता है. इस प्रकार के ब्लॉग बिजनेस ब्लॉग कहलाते है. चुंकि इनका उपयोग एक कंपनी विशेष द्वारा अपने कर्मचारियों के लिए होता है इसलिए इन्हे Corporate Blogs भी कहते है.
कंपनिया, सदस्यता क्ल्ब, ग्रुप्स, संगठन आदि नई सूचना, मीटिंग्स की जानकारी, बिजनेस रिपोर्ट आदि शेयर करने के लिए ब्लॉग्स का इस्तेमाल करती है. इस तरह अपडेट देने से कम समय मे अधिक कर्मचारियों तक सूचना पहुँच जाती है. इस प्रकार के ब्लॉग निजी ब्लॉग भी कहलाते है.
वहीं दूसरी तरफ कुछ बिजनेस नए ग्राहकों तक पहुचने के लिए भी ब्लॉग का इस्तेमाल कर रहे है. अपने प्रोडक्ट अथवा सेवा से संबंधित जानकारी ब्लॉग के माध्यम से शेयर करके नए संभावित ग्राहकों को वेबसाईट पर लाया जा रहा है. यह तरीका अन्य मार्केटिंग साधनों से ज्यादा सस्ता साबित हो रहा है. इसलिए इस प्रकार के ब्लॉग्स की संख्या दिनो-दिन बढ़ती ही जा रही है.
Aggregated Blogs
कुछ ब्लॉग अपनी पोस्ट में संबंधित अन्य ब्लॉग भी शामिल कर देते है. या फिर किसी टॉपिक, प्रोडक्ट, सेवा से जुडे हुए पोस्ट शेयर करते है. इस तरह पाठकों को एक ही जगह पर एक टॉपिक से जुडी हुई जानकारी प्राप्त हो जाती है. ऐसे ब्लॉग Aggregated Blogs कहलाते है.
खुद का ब्लॉग कैसे बनायें – How to Make a Blog in Hindi?
ब्लॉग बनाना अब मिनटों का काम हो गया है. आपको प्रोगामिंग सीखने, कम्प्युटर या लैपटॉप खरीदने तथा कॉलेज या फिर संस्था से ट्रैनिंग लेने की भी कोई जरूरत नहीं है. क्योंकि ब्लॉग बनाने के लिए आपको इन सब चीजों की कोई जरूरत नहीं है आप ब्लॉगिंग टूल्स की सहायता से मिनटों में अपना ब्लॉग बनाकर पहली पोस्ट भी प्रकाशित कर सकते है.
ब्लॉग बनाने के लिए आपको निम्न चीजों की जरुरत पडने वाली है.
- Domain Name
- Hosting
- SSL Certificate
- Some Knowledge
- Domain Name
यह आपके ब्लॉग का नाम होगा. यानि TutorialPandit.com एक डोमेन नेम है इसी तरह आपको भी एक अपने ब्लॉग के लिए एक डोमेन नेम खरीदना पडेगा. जिसे आप डोमेन रजिस्ट्रार से एक हजार रुपये से भी कम दाम में खरीद सकते है.
Hosting
इंटरनेट से जुडने के लिए हमें इंटरनेट कनेक्शन और कम्प्युटर की जरूरत पडती है जो 24 घंटे लाइव रह सके. ऐसा कम्प्युटर हमें वेब होस्टिंग कंपनियों द्वारा उपलब्ध करवाया जाता है. जहां पर हमारा ब्लॉग कंटेट तथा अन्य आवश्यक टूल्स एवं सामग्री स्टोर रहती है.
होस्टिंग़ में हमें एक कम्प्युटर मिलता है जिसे सर्वर कहा जाता है. इस सर्वर पर हम ब्लॉगिंग़ टूल (जैसे वर्डप्रेस) इंस्टॉल करते है और डोमेन नेम तथा होस्टिंग को एक-दूसरे से कनेक्ट करते है. यह काम हो जाने के बाद हमारा ब्लॉग लगभग तैयार हो जाता है.
SSL Certificate
ब्लॉग़िंग के शुरुआती दिनों में इसकी जरूरत नहीं थी. मगर, इसके बढ़ते प्रभाव और वाणिज्यीकरण के कारण इसका प्रयोग गैर-कानूनी तरीके से पैसे कमाने तथा युजर्स की पर्सनल जानकारी चुराने के लिए होने लगा. ई-कॉमर्स के कारण ये घटनाएं बढ़ने की ज्यादा संभावना थी. इसलिए सभी साईटों को SSL Certificate इंस्टॉल करना अनिवार्य से हो गया. यदि आप भी ब्लॉग बनाना चाहते है तो डोमेन नेम और होस्टिंग के साथ Secure Sockets Layer Certificate जरूर इंस्टॉल करें.
यदि आपके पास ये तीन चीजें हैं तो आप थोडें से इंटरनेट और कम्प्युटर ज्ञान तथा कॉमन सेंस का इस्तेमाल करके ब्लॉग शुरु कर सकते है. आप फ्री ब्लॉग कैसे बनाये गाईड को पढकर इस बारे में और अधिक जानकारी लें सकते है. इस गाईड में हमने फ्री ब्लॉग़ बनाना बताया है.
ब्लॉग़ के फायदें – Advantages of Blog in Hindi?
ब्लॉग अब ऑनलाईन डायरी मात्र नहीं रह गया है कि बस आप इसके द्वारा अपने विचार ही ऑनलाइन व्यक्त कर सकते है. इसे लोग कैरियर अवसर के रुप में देख रहे है और सैंकडों लोग ब्लॉग बनाकर एक उच्च लाईफ स्टाईल का प्रबंधन करने में कामयाब हो गए है. इसलिए ब्लॉग के अनेक फायदें है जिनके बारे में नीचे बताया जा रहा है.
अभिव्यक्ति की आजादी – आप ब्लॉग के माध्यम से खुद के व्यक्तिगत विचार किसी भी टॉपिक पर व्यक्त कर सकते है. आपको कोई रोकने वाला नहीं है. ना ही आपके ऊपर किसी का नियंत्रण है कि आप सिर्फ इन मापदण्डों को ध्यान में रखकर लिखें. क्योंकि यहां कोई संपादक आपको ऑर्डर नहीं देने वाला है. इसलिए ब्लॉग का सहारा लेकर सामान्य लोगों के अलावा जर्नलिस्ट, राजनेता, सोशल एक्टिविस्ट, स्टुडेंट्स अपनी बातें शेयर कर रहे है. जिन बातों को आप अखबार, पत्रिका, न्यूज साईट पर नहीं लिख सकते है उन बातों की आप यहाँ खुलकर अभिव्यक्ति कर सकते है.
पैसा कमाने का साधन – ब्लॉग पैसा कमाने का नया साधन बन गया है. जैसा हमने ऊपर बताया कि सैंकडों-हजारों लोग अपनी आजिवीका के लिए ब्लॉगिंग कर रहे है. यह बिल्कुल सच है. क्योंकि ब्लॉगिंग में पैसा बनाने की अपार क्षमता है. बस इसे सही तरह और सही दिशा में इस्तेमाल करने वाला ब्लॉगर चाहिए.
कॉलेज छात्र पार्ट टाईम ब्लॉगिंग के माध्यम से अपनी कॉलेज की फीस का इंतजाम कर रहे है, ऑफिस में काम करने वाले कामगार इसके जरिए अतिरिक्त पैसा कमा रहे है. फोटोग्राफर, ग्राफिक डिजाइनर, गायक, नृतक, वेब डिजाइनर आदि पेशेवर लोग अपना कौशल बांट रहे है. कार्पोरेट्स के साथ एफिलियेट करके कमीशन कमा रहे है.ब्लॉग से जुडे हुए कुछ अन्य शब्दों के अर्थ
Blog – ब्लॉग शब्द का अब तक संज्ञा के रूप में वर्णन हो रहा था. मगर ब्लॉग शब्द एक क्रिया भी है. जिसका अर्थ होता है ब्लॉग लिखना अथवा नया कंटेट जोडना. जिसे आप गूगल डिक्शनरी ने इस प्रकार परिभाषित किया है,
“add new material to or regularly update a blog.”
Blogging – ब्लॉग करने की प्रक्रिया ब्लॉगिंग (blogging in hindi) कहलाती है. यानि नई पोस्ट लिखना, अपडेट करना, होस्टिंग खरीदना, डोमेन नेम खरीदना, थीम इंस्टॉल करना आदि काम सब ब्लॉगिंग़ में ही गिने जाते है.
Blogger – जो व्यक्ति ब्लॉग लिखता है उसे ब्लॉगर कहते है. यहाँ पर ब्लॉग़र गूगल टूल से अलग है.
Traffic – ब्लॉग़ को जितने लोगों द्वारा पढा जाता है उसे ब्लॉग़ का टैफिक कहते है. इस ट्रैफिक में ब्लॉग को एक बार भी विजिट करना गिना जाता है.
Blog Post – अपने अनुभव, विचार, जानकारी जिस प्रारुप में लिखि जाती है उसे ब्लॉग़ पोस्ट कहते है. ये जानकारी नियमित अंतराल पर अपडेट होती रहती है.
Blog Page – ब्लॉग पेज भी ब्लॉग पोस्ट की तरह ही होता है. मगर इसका कंटेट नियमित अपडेट होने वाला नही रहता है. एक पोस्ट और पेज में यहीं आधारभूत अंतर होता है.
WordPress – यह एक ब्लॉगर.कॉम जैसा ऑपन सॉर्स ब्लॉगिंग टूल है जिसके द्वारा ब्लॉग बनाए जाते है.
Best Blogging Platforms
ब्लॉग बनाने के लिए आजकल कई ब्लॉगिंग प्लैटफॉर्म्स उपलब्ध है जिनके द्वारा आप एक शानदार और गुड लुकिंग ब्लॉग मिनटों में बना सकते है. हम यहाँ सभी ब्लॉगिंग प्लैटफॉर्म्स के बारे में तो नहीं बता रहे है मगर कुछ लोकप्रिय ब्लॉगिंग टूल्स की जानकारी दे रहे है. जिनकी मदद से आप भी एक ब्लॉग सेटअप आसानी से कर सकते है.
- Blogger
- WordPress
- Wix
- Meduim
- Tumblr
- Squarespace
- Weebly
- Ghost
- LiveJournal
- Typepad
- Quora
- Blogger.com
WordPress:-वर्डप्रेस भी ब्लॉग़र की तरफ एक मुफ्त ब्लॉगिंग़ टूल है जिसके द्वारा आप पूर्ण नियंत्रण वाला ब्लॉग मिनटों में बना सकते है. जी हां. इस प्लैटफॉर्म के जरिए आप 100 प्रतिशत आपके अनुसार काम करने वाला ब्लॉग तैयार कर सकते है. पर्सनल ब्लॉग से लेकर कॉर्पोरेट्स भी इस टूल का इस्तेमाल करके अपनी बिजनेस वेबसाईटे लॉच कर रहे है.
वर्डप्रेस आज एक तिहाई वेबसाईटों का इंजन है. इसके द्वारा आप फुल कस्टमाईजेशन सुविधा के साथ मुफ्त थीम्स भी प्राप्त कर सकते है. और अतिरिक्त फीचर जोडने के लिए प्लगइन काम में ले सकते है.
मगर, इस प्लैटफॉर्म पर ब्लॉग बनाने के लिए आपको डोमेन नेम के साथ होस्टिंग खर्चा, एसएसएल सर्टिफिकेट, थीम्स & प्लगइंस (यदि पैड वर्जन है तब) आदि के लिए पैसा खर्च करना पडता है.
वर्डप्रेस के दो संस्करण है. एक WordPress.org और दूसरा WordPress.com. हमने यहाँ पहले वाले यानि WordPress.org की बात की है. यह बिल्कुल मुफ्त है मगर दूसरा वाला प्रिमियम संस्करण है जिसके लिए आपको शुल्क देना पडेगा.
Wix:-यदि आप तकनीक के काम जानकार है और बढिया डिजाइन वाला ब्लॉग बनाना चाहते है तो तो विक्स (wix.com) आपकी मदद कर सकता है. विक्स के साईट बिल्डर की सहायता से आप बिना कोडिंग़ के एक पर्सनल ब्लॉग, बिजनेस वेबसाईट, ई-कॉमर्स प्लैटफॉर्म आदि डिजाइन कर सकते है. मगर इस टूल के साथ दिक्कत सिर्फ पैसे की आती है आप कस्टम डोमेन तो लगा सकते है. लेकिन, इसके लिए आपको हर महिने कुछ शुल्क अदा करना पडेगा. तभी आप गूगल एनालिटिक्स कोड लगा सकते है, विक्स ब्रैडिंग लॉगो हटा सकते है.
Medium:-अगर आप सिर्फ अपने विचार लोगों तक पहुँचाना चाहते है तो मीडियम (medium.com)आपके लिए परफेक्ट चॉइस होगी. क्योंकि आपको कुछ भी सेट करने की जरूरत नहीं है. बस मीडियम अकाउंट बना कर ब्लॉगिंग शुरु कर सकते है.
Tumblr:-टम्बलर भी एक अन्य लोकप्रिय ब्लॉगिंग, माइक्रोब्लॉगिंग तथा सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म है. जिसके द्वारा आप खुद का ब्लॉग बना सकते है. मगर, इसके ऊपर आपको पूर्ण नियत्रंण नहीं मिलता.
Squarespace:-Squarespace भी एक और साईट बिल्डिंग टूल है जिसके द्वारा आप कोडिंग जाने बगैर ब्लॉग बना सकते है और उसे उपलब्ध थीम्स को कस्टमाइज करके अपने अनुसार सजा भी सकते है. इस प्लैटफॉर्म पर आप ई-कॉमर्स स्टोरफ्रंट भी शुरु कर सकते है.
Weebly:-Weebly.com भी विक्स के जैसा वेबसाईट बिल्डर टूल है जिसकी सहायता से आप खुद का फ्री ब्लॉग (weebly Suddomain) बना सकते है. मगर डोमेन नेम जोडने के लिए आपको प्रिमियम प्लान खरीदना पडेगा. तभी आप कस्टम डोमेन एड कर पायेंग़े.
Ghost:-यदि आपके पास अतिरिक्त पैसा है और प्रिमियम सर्विस का अतिरिक्त बजट झेल सकते है तब घोस्ट आपके लिए ही है. नहीं तो आप वर्डप्रेस पर टिके रहे और उसी का उपयोग करें क्योंकि यह भी वर्डप्रेस जैसी ही एक सेवा है. जिसे आप अपने सर्वर पर इन्स्टॉल करके साईट बना सकते है.
लेकिन. इसकी दिक्कत यह है कि यह सिर्फ VPN Hosting पर ही काम करती है. इसके नीचे इसे इंस्टॉल करना पांव पर छूरी गिराने जैसा अनुभव है.
LiveJournal:-लाईव जर्नल एक ब्लॉगिंग प्लैटफॉर्म तथा सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म का मिश्रण है. जिसके द्वारा आप सामान्य फीचर वाला ब्लॉग़ बनाकर अपने जैसे और लोगों से जुड सकते है, उन्हे प्राईवेट मैसेज भेज सकते है, अपनी कम्युनीटि बना सकते है. यदि आप इमेज अपलोड करना चाहते या फिर कुछ अतिरिक्त फीचर जोडना चाहते है तो जेब खाली करने के लिए तैयार रहे.
TypePad:-TypePad भी वर्डप्रस के सेल्फ होस्टेट वर्जन तथा घोस्ट की तरफ एक शुद्ध ब्लॉग़िंग प्लैटफॉर्म है. जिसके द्वारा आप खुद का ब्लॉग शुरु कर सकते है. मगर इसके लिए आपको शुरू से ही पैसा देना पडेगा क्योंकि यह खैरात नहीं बांटते मतलब मुफ्त प्लान नहीं है.
Quora Blog:-आपने सही पढ़ा. आप Quora.com पर भी ब्लॉग बना सकते है. वैसे तो कोरा एक सवाल-जवाब वेबसाईट है. मगर कोरा पर भी खुद का ब्लॉग़ बनाया जा सकता है. जो blogname.quora.com कुछ इस प्रकार नजर आएगा. और अधिकतर फ्री ब्लॉगिंग प्लैटफॉर्म्स फ्री प्लान में सब-डोमेन ही ऑफर करते है.
Social Media Platforms:-आप सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स पर भी ब्लॉगिंग कर सकते है. ट्वीटर माइक्रोब्लॉगिंग के लिए जानामाना नाम है. फेसबुक, लिन्क्डइन आदि के द्वारा भी अपने विचार लोगों तक व्यक्त किये जा सकते है. और इन प्लैटफॉर्म्स की खास बात यह है आपको एक भी रुपया खर्च नहीं करना है. मगर, आप सोशल मीडिया कंटेट को मॉनिटाईन नहीं करवा सकते है और इसका नियत्रंण भी आपके हाथ में नहीं होता. इसलिए सिर्फ लोगों से जुडने के मकसद से ही यहाँ ब्लॉगिंग शुरु करें. अन्यथा समय बेकार ना ही करें तो बेहतर है.
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